बीसीसीआई का निर्णय दो फेज में होगा रणजी ट्रॉफी का आयोजन
भारत के सबसे प्रतिष्ठित घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट, रणजी ट्रॉफी 2024 का पहला फेज 12 अक्टूबर से शुरू हो गया है। इस बार टूर्नामेंट को दो फेज में आयोजित किया जा रहा है, जिसे बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए तय किया है।
रणजी ट्रॉफी, भारतीय क्रिकेटरों के लिए टीम इंडिया में जगह बनाने का सबसे महत्वपूर्ण रास्ता माना जाता है। बीसीसीआई ने इस टूर्नामेंट को खास प्राथमिकता दी है, खासकर पिछली बार इशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों द्वारा इसके महत्व को नज़रअंदाज़ करने के बाद।
आमतौर पर रणजी ट्रॉफी एक ही फेज में आयोजित होती थी, लेकिन इस बार बीसीसीआई ने इसे दो फेज में बांटने का निर्णय लिया है। पहला फेज 12 अक्टूबर से 13 नवंबर तक चलेगा, जिसके दौरान सभी टीमों को पांच लीग मैच खेलने होंगे। इसके बाद टूर्नामेंट को अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (टी20) और विजय हजारे ट्रॉफी (वनडे) का आयोजन किया जाएगा।
दूसरा फेज 23 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा, जिसमें फाइनल मुकाबला भी खेला जाएगा।
इस बार टूर्नामेंट के दो फेज में बंटने का मुख्य कारण उत्तर भारत का मौसम और खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट है। खासतौर पर तेज गेंदबाजों की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। पहले फेज के बाद खिलाड़ियों को छोटे फॉर्मेट में खेलने का मौका मिलेगा, जिससे उन्हें रिकवरी का पर्याप्त समय मिल सकेगा।
कई तेज गेंदबाजों ने टूर्नामेंट को दो हिस्सों में बांटने का सुझाव दिया था, जिससे वे अपनी फिटनेस पर बेहतर ध्यान दे सकें। पिछले सीजन में खिलाड़ियों ने लगातार मैचों के कारण थकान और चोटों की शिकायत की थी, जिसके बाद बीसीसीआई ने इस नए प्रारूप को अपनाया है।
रणजी ट्रॉफी का यह बदला हुआ स्वरूप खिलाड़ियों के लिए न केवल फिटनेस बल्कि प्रदर्शन सुधारने में भी मददगार साबित हो सकता है।
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