भरथरी गायिका सुरुज बाई खाण्डे को पद्मश्री दिलाने हेतु अपील
जनता क्यों मांग कर रही पद्मश्री सम्मान की ?
ग्राम पौंसरी, तहसील बिल्हा की भूमि में 12 जून 1949 को जन्मी भरथरी गायिका सुरुज बाई खांडे जी जिन्होंने अपने 7 साल की उम्र से भरथरी का अभ्यास शुरू कर दिया था। भरथरी, ढोला मारू, चंदैनी गोंदा, लोरिक चंदा, आल्हा ऊदल, जैसे संस्कृति व बोली-भाखा में महारत हासिल कर एक सुप्रसिद्ध गायिका के तौर पर खड़ी हो चुकी थी। सुरुज बाई खाण्डे ने प्रसिद्ध नाटककार हबीब तनवीर जी के संग एक मंच पर काम किया जिन्हें पदमश्री दिलाने की दौड़ में भाग लेने उतरे छत्तीसगढ़ के जानेमाने फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस ‘एसकेडी फिल्म्स प्रोडक्शन’ बिलासपुर छत्तीसगढ़ के निर्माता, अभिनेता श्री आकाश डहरिया और मनीष यादव।

क्या कहा आकाश डहरिया और मनीष यादव ने अपील में ?
श्री आकाश डहरिया जी कला संस्कृति के विषय मे बात करते हुए स्वर्गीय भरथरी गायिका श्रीमती सुरुज बाई खाण्डे जी को पद्मश्री दिलाने की मांग करते नज़र आये। अपना वीडियो बाइट जारी करते हुए आकाश ने बताया कि, “जिन्होंने हमारी संस्कृति, बोली – भाखा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाया, उन्हें हम खोते जा रहे हैं यह नई पीढ़ी के लिए दुर्भाग्य की बात हैं।’ मेलोडी क्वीन और राग रानी के नाम से सुप्रसिद्ध भरथरी गायिका के बारे में बॉक्सर-अभिनेता मनीष यादव ने कहा, “चंदैनी गोंदा, लोरिक चँदा, पंथी जैसे तमाम संस्कृतियों को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाना यह आम बात नहीं हैं।”
अभियान को तेज़ करने हेतु टैगलाइन भी किया जारी!
एसकेडी फिल्म्स प्रोडक्शन की टीम ने वीडियो और ब्लॉग जारी कर कलाकार के पक्ष में खड़े होना एक गर्व की बात कहा हैं। फ़िल्म लेखक-निर्देशक शुभम कोसले ने अपना योगदान देते हुए लेखन के माध्यम से आर्टिकल और ब्लॉग जारी कर सरकार से अपील की हैं साथ ही समाज में इस अभियान के लिए एक टैगलाइन भी लॉंच किया हैं “चलिए हम सभी मिल कर एक हो जाएं और सुरुज बाई खाण्डे को पद्मश्री दिलाएँ” मेलोडी क्वीन के नाम से पहचान बटोरने वाली भरथरी गायिका श्रीमती सुरुज बाई खाण्डे जी ने समय समय दर अनेको सम्मान (देवी अहिल्या बाई सम्मान 2001 सम्मान, डॉ रामचन्द्र देशमुख सम्मान 2006, भास्कर वुमन ऑफ द ईयर 2010, चक्रधर समारोह रायगढ़ म सम्मान, इत्यादि) अपने नाम किए।
सुरुज बाई खाण्डे जी को पद्मश्री दिलाने हेतु एसकेडी फिल्म्स प्रोडक्शन ने भारत सरकार को सौंपा ज्ञापन!
पद्मश्री की हक़दार रहने बावज़ूद यह समाज औए सरकार की चूक ही हैं जो उन्हें यह हक नहीं दिला पाईं। एसकेडी फिल्म्स प्रोडक्शन की टीम से निर्माता आकाश डहरिया, अभिनेता मनिष यादव, लेखक-निर्देशक शुभम कोसले, अभिनेता इक़बाल खान, एडिटर रोहित पटेल, प्रोडक्शन मैनेजर गीतेश पटेल, कोरियोग्राफर शुभम पनिका, कैमरामैन सुबल बैन ने लेटरहेड में लेखन के माध्यम से अपील कर हस्ताक्षर किया।
