दवाई का नाम कैपिटल लैटर में लिखना हुआ जरूरी, अस्पताल के डॉक्टरों को नोटिस जारी।
छत्तीसगढ़, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक बयान जारी कर यह कहाँ गया कि अब से सरकारी-निजी अस्पताल के डॉक्टर को पर्ची में दवाइयों के नाम कैपिटल लेटर में लिखना होगा। सबसे मुख्य कारण दवाई के नाम की स्पष्टता होना हैं व अन्य कारणों का जल्द ही बाहर आना हो सकता हैं। इस फैसले से मरीजो और आम जनताओं के दवाई के नामो को पढ़ने में आ रही दिक्कतों का समाधान जरूर हुआ हैं। अब दवाई के नाम की स्पष्टता सभी के सामने रहेगी। मरीजो को नाम पढ़ने में हो रही कठिनायों से छुटकारा भरा फ़ैसला जनताओं को काफी आकर्षित करेगा कि दवाई का नाम कैपिटल लैटर में लिखना हुआ जरूरी। स्वास्थ विभाग, छत्तीसगढ़ लगातार प्रयासरत है कि जल्द जल्द से छत्तीसगढ़ के निजी व सरकारी अस्पतालों को सुविधाएंयुक्त बनाई जा सकें।